Himachal Expressway: हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में सफर करने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. ₹18,000 करोड़ की लागत से Himachal Expressway प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद जो सफर पहले 8 घंटे में होता था वह मात्र 3 घंटे में पूरा हो सकेगा. यह एक्सप्रेसवे पर्यटन, व्यापार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई देने वाला है.

Himachal Expressway: तेज़ और सुरक्षित यात्रा
हिमाचल एक्सप्रेसवे का डिजाइन आधुनिक मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है जिसमें चौड़े लेन, टनल, फ्लाईओवर और स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम शामिल होंगे. इससे पहाड़ी रास्तों की मुश्किलें कम होंगी और यात्रियों को न सिर्फ समय बल्कि ईंधन की भी बचत होगी. ड्राइवरों के लिए यह सफर ज्यादा सुरक्षित और आसान होगा.
पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा
इस प्रोजेक्ट से हिमाचल के पर्यटन स्थलों तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा. शिमला, मनाली, कुल्लू जैसे लोकप्रिय हिल स्टेशन अब और भी तेज़ी से कनेक्ट हो पाएंगे. इससे होटल, होमस्टे और स्थानीय कारोबार को नई ऊर्जा मिलेगी. साथ ही सेब, हैंडीक्राफ्ट और अन्य उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाना आसान होगा.
रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
₹18,000 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से हजारों युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है. निर्माण चरण में इंजीनियर, मजदूर, ट्रांसपोर्ट और मटेरियल सप्लायर्स को काम मिलेगा. एक्सप्रेसवे के किनारे नई टाउनशिप, रेस्ट स्टॉप्स और सर्विस सेंटर भी विकसित किए जाएंगे जिससे स्थानीय लोगों के लिए बिजनेस के मौके बढ़ेंगे.
ग्रीन और स्मार्ट टेक्नोलॉजी
हिमाचल एक्सप्रेसवे में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सोलर स्ट्रीट लाइट्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सुविधाएं शामिल होंगी. स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट और CCTV निगरानी सिस्टम भी होगा जिससे यात्रा और सुरक्षित बनेगी. इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही हिमाचल की लाइफलाइन और मजबूत हो जाएगी और पहाड़ों में सफर करना पहले से कहीं ज्यादा आसान और आरामदायक हो जाएगा.