जो लोग दिल्ली से जयपुर का सफर अक्सर करते हैं, या फिर Delhi–Mumbai Expressway से जुड़ी अपडेट्स पर नज़र रखते हैं, उनके लिए बड़ी खुशखबरी है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक और हिस्सा अब आम जनता के लिए खोल दिया गया है. इस बार 67 किलोमीटर लंबा नया कॉरिडोर शुरू हुआ है जो जयपुर की तरफ जाने वाले यात्रियों का पूरा ट्रैवल एक्सपीरियंस बदल देगा. यह न सिर्फ दूरी को 12 किलोमीटर कम करता है, बल्कि ट्रैवल का समय भी अब केवल ढाई से तीन घंटे में तय किया जा सकेगा. आइए जानते हैं इस नए सेक्शन की खासियत और इससे जुड़ी पूरी जानकारी.

कहां से कहां तक बना है नया सेक्शन
Delhi–Mumbai Expressway का जो नया सेक्शन खुला है, वह हरियाणा के बहरोड़ से राजस्थान के कोटपुतली तक फैला हुआ है. कुल लंबाई 67 किलोमीटर है. यह सेक्शन पूरी तरह 8 लेन का है जिसे आगे 12 लेन तक अपग्रेड करने की क्षमता दी गई है. इस सेक्शन के खुलते ही दिल्ली से जयपुर की यात्रा न केवल स्मूद होगी, बल्कि कई पुराने हाईवे जाम और बाइपास रूट्स से भी छुटकारा मिल जाएगा.
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अब क्यों खास है यह एक्सप्रेसवे?
दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई करीब 1,386 किलोमीटर है. यह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे 6 राज्यों को जोड़ता है. अब इसका जयपुर से जुड़ा हिस्सा खुलने से न केवल यातायात तेज़ होगा, बल्कि जयपुर की ओर जाने वाली फूड, ट्रांसपोर्ट और टूरिज्म इंडस्ट्री को भी बड़ा फायदा मिलेगा.
कितनी कम होगी दूरी और समय?
इस नए कॉरिडोर के शुरू होने से दिल्ली से जयपुर की लंबाई लगभग 12 किलोमीटर कम हो गई है. जो सफर पहले 280–290 किलोमीटर के आसपास होता था अब करीब 265–270 किलोमीटर रह गया है. लेकिन असली बदलाव सफर के समय में आया है. पहले जो यात्रा 5–6 घंटे में होती थी, अब वही दूरी आप केवल 2.5 से 3 घंटे में तय कर सकते हैं — वो भी बिना जाम और बिना किसी बड़े स्टॉपेज के.
सुविधा और टेक्नोलॉजी में भी सबसे आगे
इस नए खुले सेक्शन में फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन, हाइवे CCTV निगरानी, रोड एम्बुलेंस, फूड कोर्ट्स, फ्यूल स्टेशन और ईवी चार्जिंग बिंदुओं जैसी सभी स्मार्ट सुविधाएं मौजूद हैं. सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट और पर्यावरण-संतुलित प्लांटेशन भी किया गया है जिससे यह केवल एक सुविधा नहीं बल्कि ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा भी है.
पिकनिक और टूरिज्म के लिए भी बेस्ट है यह रूट
जयपुर देश का एक मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. दिल्ली-NCR निवासी अब वीकेंड ट्रिप्स के लिए बस सुबह निकले और दोपहर तक आमेर किला या चलती हवा महल की सैर कर सकें — इतना स्मूद बन चुका है यह सफर. इसी वजह से ट्रैवल एजेंट्स और होटल इंडस्ट्री इस एक्सप्रेसवे के नए हिस्से को लेकर काफी उत्साहित हैं.
कितनी टोल फीस देनी होगी?
अब बात करें खर्च की. दिल्ली से जयपुर के लिए इस हाई-स्पीड कॉरिडोर पर टोल औसतन ₹1.25 से ₹1.50 प्रति किलोमीटर तक पड़ सकता है. यानी पूरे सफर का टोल ₹300 से ₹400 के बीच हो सकता है. हालांकि समय, फ्यूल और मूड की जो बचत मिलेगी, वह इस खर्च से कहीं ज्यादा वाजिब है.
और हिस्सों की क्या स्थिति है?
NHAI के अनुसार 2025 तक दिल्ली से मुंबई तक पूरा एक्सप्रेसवे जनता के लिए चालू हो जाएगा. अभी तक दिल्ली से दौसा, बहरोड़ से कोटपुतली और सवाई माधोपुर तक कई हिस्से आम जनता के लिए खुल चुके हैं. हर नया हिस्सा सफर को और बेहतर बना रहा है.