UP New Corridor: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर विकास की गंगा बहने वाली है. सरकार ने ₹30,000 करोड़ की लागत से एक नए Industrial Corridor की घोषणा की है. यह प्रोजेक्ट न सिर्फ उत्तर भारत में मैन्युफैक्चरिंग और निवेश का हब बनेगा, बल्कि लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा.

UP New Corridor: रोजगार के नए दरवाजे
इस Industrial Corridor में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग और ग्रीन एनर्जी जैसी इंडस्ट्रीज़ के प्लांट्स लगने की तैयारी है. इससे सीधा फायदा युवाओं को होगा जिन्हें अपने घर के पास ही रोजगार मिलेगा. अनुमान है कि यह प्रोजेक्ट शुरू होते ही करीब 5–6 लाख लोगों को डायरेक्ट और इंडायरेक्ट रोजगार मिलेगा.
बेहतर कनेक्टिविटी
यह Corridor हाइवे और रेलवे दोनों से जोड़ा जाएगा ताकि कच्चा माल और तैयार सामान जल्दी-जल्दी पहुंच सके. इसके लिए अलग से चार लेन की रोड और एक समर्पित रेल लाइन बनाने की योजना है. एयरपोर्ट और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से कनेक्टिविटी भी इसमें शामिल की जा रही है जिससे बिजनेस को तेज़ी मिले.
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निवेशकों के लिए स्वर्ग
₹30,000 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में देश-विदेश की बड़ी कंपनियों को निवेश करने के लिए इन्विटेशन दिया गया है. सरकार सस्ती जमीन, टैक्स इंसेंटिव और तेज़ अप्रूवल जैसी सुविधाएं देने की तैयारी कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेशक आएं. इससे MSME और लोकल सप्लायर को भी बड़ा फायदा होगा.
लोकल इकॉनमी को बढ़ावा
इस Industrial Corridor से न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि आसपास के गांवों और कस्बों में छोटे कारोबार भी बढ़ेंगे. होटल, ट्रांसपोर्ट, सर्विसेज, हॉस्टल्स और शॉपिंग जैसी गतिविधियां तेज़ होंगी. इससे लोकल लोगों की आय बढ़ेगी और माइग्रेशन भी कम होगा.
कीमत और टाइमलाइन
प्रोजेक्ट का DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार हो चुका है और 2025 में काम शुरू होने की उम्मीद है. 2030 तक पहले फेज़ का काम पूरा कर लिया जाएगा. सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ग्रीन इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की भी योजना बनाई है जिसमें सोलर और विंड एनर्जी का इस्तेमाल होगा.