Gujrat New Industrial Corridor: गुजरात सरकार और केंद्र के सहयोग से ₹15,000 करोड़ की लागत वाला नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट मंजूर हो गया है. यह प्रोजेक्ट राज्य में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाएगा और हजारों नई फैक्ट्रियों, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और लॉजिस्टिक हब्स की स्थापना का रास्ता खोलेगा.

निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर का बड़ा केंद्र
इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत अत्याधुनिक सड़क नेटवर्क, रेलवे कनेक्टिविटी और पावर सप्लाई इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा. यहां हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ग्रीन एनर्जी सेक्टर को प्राथमिकता दी जाएगी. इससे गुजरात भारत के सबसे बड़े निवेश केंद्रों में से एक के रूप में उभरेगा.
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
सरकार का अनुमान है कि इस प्रोजेक्ट से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे. स्थानीय युवाओं को स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे नई इंडस्ट्रीज में आसानी से रोजगार पा सकें. यह प्रोजेक्ट खासकर ग्रामीण इलाकों में आर्थिक मजबूती लाने में मदद करेगा.
व्यापारियों और निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
इस कॉरिडोर में बनने वाले इंडस्ट्रियल पार्क और SEZ (स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन) निवेशकों के लिए बड़े अवसर प्रदान करेंगे. राज्य सरकार निवेशकों को टैक्स में छूट, आसान लाइसेंसिंग और तेज़ अप्रूवल जैसी सुविधाएं देने की तैयारी में है, जिससे घरेलू और विदेशी दोनों निवेशकों का रुझान बढ़ेगा.
कब तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण चरणबद्ध तरीके से होगा और पहले फेज को अगले 4 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके पूरा होने के बाद गुजरात न केवल भारत में बल्कि एशिया के बड़े औद्योगिक केंद्रों में अपनी जगह बनाएगा.