भारतीय रेलवे ने बिहार और उत्तर-पूर्व भारत के बीच कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए दो बड़े प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दे दी है. ₹6,798 करोड़ के बजट के साथ Amaravati-Bihar नई रेलवे लाइन (87 किमी) और उत्तर बिहार से उत्तर-पूर्व के बीच 256 किमी डबल लाइन प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने जा रहा है. ये प्रोजेक्ट्स न सिर्फ यात्रा समय घटाएंगे बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई रफ्तार देंगे.

Amaravati-Bihar नई रेलवे लाइन (87 किमी)
इस प्रोजेक्ट के तहत बिहार और आंध्र प्रदेश के Amaravati के बीच 87 किमी लंबी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी. यह लाइन यात्रियों और माल ढुलाई दोनों के लिए उपयोगी होगी. इससे बिहार के लोगों को दक्षिण भारत के बड़े शहरों तक सीधी और तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी. नई लाइन बनने के बाद यात्रियों को यात्रा समय में बड़ी बचत होगी और माल ढुलाई की लागत भी घटेगी.
Read More: 600 km रेंज वाली Skoda Vision 7S EV से Honda को देगी टक्कर, ADAS का मिलेगा गजब फीचर
उत्तर बिहार–उत्तर-पूर्व 256 किमी डबल लाइन प्रोजेक्ट
दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट उत्तर बिहार और उत्तर-पूर्व के बीच 256 किमी लंबी डबल लाइन का है. इस डबल लाइन के बनने से रेल यातायात की क्षमता बढ़ जाएगी और ट्रेनों की रफ्तार व आवृत्ति दोनों में सुधार होगा. यह प्रोजेक्ट नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों तक तेज़ और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करेगा.
₹6,798 करोड़ का बजट और रोजगार के अवसर
इन दोनों प्रोजेक्ट्स के लिए कुल ₹6,798 करोड़ का बजट तय किया गया है. निर्माण कार्य के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और आसपास के इलाकों में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी. नई लाइन और डबल लाइन तैयार होने के बाद पर्यटन, व्यापार और उद्योग को भी बड़ा फायदा होगा.
क्षेत्रीय विकास को नई दिशा
ये दोनों रेल प्रोजेक्ट्स बिहार, आंध्र प्रदेश और उत्तर-पूर्व के बीच मजबूत कनेक्टिविटी की नई शुरुआत करेंगे. इससे राज्यों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान बढ़ेगा. साथ ही, ये प्रोजेक्ट्स प्रधानमंत्री के ‘पूर्वोत्तर भारत के विकास’ के विजन को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होंगे.