Bihar New Railway Line: बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. राज्य में केंद्र सरकार की ओर से ₹11,000 करोड़ की लागत से नई रेलवे लाइन की मंज़ूरी मिल गई है. ये प्रोजेक्ट नेपाल बॉर्डर तक सीधा रेल कनेक्शन देगा. जिससे सीमावर्ती जिलों को सीधा फायदा मिलेगा और ट्रांसपोर्ट का नया ज़माना शुरू होगा.

सीतामढ़ी. मधुबनी. सुपौल जैसे जिलों को मिलेगा फायदा
इस नई रेलवे लाइन के ज़रिए बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों को सीधे रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जाएगा. सीतामढ़ी. मधुबनी. सुपौल जैसे ज़िले अब नेपाल बॉर्डर तक ट्रेन सेवा का लाभ उठा पाएंगे. इससे एक तरफ़ व्यापार को रफ्तार मिलेगी. तो दूसरी तरफ़ धार्मिक और टूरिज़्म ट्रैफिक भी बढ़ेगा.
सीमावर्ती गांवों में बढ़ेगा रोज़गार और सुविधा
नेपाल बॉर्डर से जुड़े गांवों में अभी तक बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी थी. लेकिन नई रेलवे लाइन से यहां विकास की रफ्तार तेज़ होगी. रेलवे स्टेशन. सड़क कनेक्टिविटी और छोटे-बड़े व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही इन इलाकों में युवाओं को रोज़गार के नए अवसर भी मिलेंगे.
नेपाल के साथ व्यापार को मिलेगा बूस्ट
भारत और नेपाल के बीच पहले से ही अच्छा व्यापारिक रिश्ता है. लेकिन अब नई रेलवे लाइन से दोनों देशों के बीच माल ढुलाई और कारोबार में और तेजी आएगी. कृषि उत्पाद. घरेलू सामान और निर्माण सामग्री अब आसानी से नेपाल बॉर्डर तक पहुंचाई जा सकेगी. जिससे व्यापारियों को भी बड़ा लाभ होगा.
2027 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट. 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों को मिलेगा काम
रेल मंत्रालय के अनुसार. ये प्रोजेक्ट साल 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा. निर्माण के दौरान और इसके बाद भी 10,000 से ज़्यादा लोगों को डायरेक्ट या इनडायरेक्ट रोज़गार मिलेगा. सरकार का मानना है कि ये प्रोजेक्ट बिहार को न सिर्फ़ नेपाल से जोड़ेगा. बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की नई राह खोलेगा.