Delhi Jaipur Expressway: देश में पहली बार ऐसा प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहा है जो सिर्फ हाईवे नहीं बल्कि उसके किनारे बसा हुआ एक पूरा ग्रीन टाउनशिप होगा. दिल्ली-जयपुर के बीच 2,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में शहरी विकास का नया मॉडल बनेगा. यहां पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, हरित वातावरण और पर्यावरण के अनुकूल तकनीक का अनूठा संगम होगा.

दिल्ली-जयपुर हाईवे पर नया अध्याय
दिल्ली-जयपुर हाईवे पहले से ही देश के व्यस्ततम मार्गों में से एक है. अब इस हाईवे के किनारे बनने वाला यह ग्रीन टाउनशिप, ट्रैवल और रेसिडेंशियल दोनों सेक्टर में क्रांति लाएगा. यहां पर सोलर पैनल्स, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वेस्ट मैनेजमेंट और इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों जैसी सुविधाएं होंगी जिससे यह देश का पहला कार्बन-न्यूट्रल टाउनशिप बनेगा.
Delhi Jaipur Expressway: क्या-क्या सुविधाएं होंगी
इस टाउनशिप में स्मार्ट रिहायशी कॉम्प्लेक्स, इंडस्ट्रियल पार्क, कॉमर्शियल हब, स्कूल, हॉस्पिटल और ग्रीन पार्क की व्यवस्था होगी. हर बिल्डिंग को एनर्जी-इफिशिएंट डिजाइन किया जाएगा और सड़कें इलेक्ट्रिक वाहनों को सपोर्ट करने के लिए चार्जिंग पॉइंट्स से लैस होंगी. साथ ही, ट्रैफिक मैनेजमेंट और सुरक्षा के लिए स्मार्ट सेंसर और AI आधारित निगरानी का इस्तेमाल किया जाएगा.
रोजगार और निवेश के नए अवसर
2,000 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रोजेक्ट स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा. रियल एस्टेट से लेकर छोटे-बड़े उद्योगों तक सबको इसका फायदा मिलेगा. यहां पर आने वाले निवेश से दिल्ली-जयपुर हाइवे को नया आयाम मिलेगा और लोग यहां बसने और काम करने के लिए आकर्षित होंगे.
सरकार की ग्रीन मिशन में बड़ी भूमिका
यह प्रोजेक्ट केंद्र और राज्य सरकार के ग्रीन मिशन और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के विज़न का हिस्सा है. ग्रीन टाउनशिप न केवल प्रदूषण को कम करेगी बल्कि लोगों को स्वस्थ और बेहतर जीवनशैली का अनुभव कराएगी. यह मॉडल देश के अन्य हिस्सों में भी दोहराया जा सकता है जिससे भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का चेहरा बदल जाएगा.