Meerut Haldwani Highway: उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी को जोड़ने वाला मेरठ–हल्द्वानी ग्रीनफील्ड हाईवे अब हकीकत बनने जा रहा है. इस हाईवे के पूरा होने से दिल्ली से उत्तराखंड की कनेक्टिविटी पहले से कहीं बेहतर और तेज़ हो जाएगी. अभी दिल्ली से हल्द्वानी तक पहुंचने में घंटों का लंबा और थकाऊ सफर करना पड़ता है, लेकिन ग्रीनफील्ड हाईवे बनने के बाद दूरी और समय दोनों घट जाएंगे.

Meerut Haldwani Highway 6-लेन हाईवे का निर्माण
यह हाईवे आधुनिक तकनीक से बनाया जाएगा और इसमें 6-लेन चौड़ी सड़क, एक्सेस-कंट्रोल्ड डिज़ाइन और हाई-स्पीड कॉरिडोर की सुविधा होगी. इसका मतलब है कि गाड़ियों को बिना रुकावट, लगातार स्पीड में सफर करने का मौका मिलेगा. खास बात यह है कि यह नया रूट मौजूदा ट्रैफिक बोझ को कम करेगा और यात्रियों को भीड़-भाड़ वाले रास्तों से निजात दिलाएगा.
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पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बड़ा फायदा
हल्द्वानी और नैनीताल जैसे शहर उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं. मेरठ–हल्द्वानी ग्रीनफील्ड हाईवे बन जाने के बाद दिल्ली और आसपास के लोग पहले से कहीं आसान और कम समय में उत्तराखंड पहुंच सकेंगे. इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय व्यापारियों, होटल मालिकों और ट्रैवल इंडस्ट्री को भी बड़ा आर्थिक फायदा होगा. वहीं, ग्रीनफील्ड कॉरिडोर उत्तराखंड के फल–फूल और हस्तशिल्प उत्पादों को दिल्ली और अन्य बाज़ारों तक तेज़ी से पहुंचाने का नया जरिया बनेगा.
समय की बड़ी बचत
अभी दिल्ली से हल्द्वानी पहुंचने में करीब 6–7 घंटे लग जाते हैं. हाईवे बनने के बाद यह सफर घटकर लगभग 3–4 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. यह सुविधा न केवल पर्यटकों बल्कि रोज़ाना काम-काज और बिज़नेस यात्राओं के लिए भी वरदान साबित होगी. साथ ही, नई सड़क के कारण छोटे शहरों और गांवों में भी विकास की रफ्तार तेज़ होगी.
विकास का नया अध्याय
मेरठ–हल्द्वानी ग्रीनफील्ड हाईवे उत्तराखंड के लिए दिल्ली से सीधे जुड़ने का नया रास्ता होगा. यह न केवल यात्रा का समय घटाएगा बल्कि पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा. आने वाले समय में यह हाईवे पहाड़ों और मैदानों के बीच विकास का पुल साबित होगा, जिससे उत्तराखंड का दिल्ली और पूरे उत्तर भारत से जुड़ाव और मजबूत होगा.